*राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) उत्तराखंड, देहरादून एवं भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान पुणे (IISER Pune)* द्वारा एसटीईएम के तकनीकों एवं नवीनतम शैक्षणिक उपकरणों का उपयोग कर विद्यार्थियों में गणित एवं विज्ञान की अभिरुचि विकसित करने के उद्देश्य से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में विज्ञान एवं गणित शिक्षकों को आईआरआईएसई के दिशा निर्देशन में 3 दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण उपरान्त शिक्षको द्वारा कक्षा गतिविधियों के आधार पर द्वितीय चरण के 10 दिवसीय प्रशिक्षण आईआईएसईआर पुणे में दिया गया है। द्वितीय चरण के प्रशिक्षित शिक्षक जिलास्तरीय प्रशिक्षण संचालित करेंगे। आईआरआईएसई परियोजना को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग –नमस्ते भारत सरकार, रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, ब्रिटिश काउंसिल, टाटा टेक्नोलॉजीज एवं टाटा ट्रस्ट द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है ।
उत्तराखंड शिक्षा परियोजना सभागार में अल्मोड़ा जिले के 50 शिक्षकों का प्रशिक्षण 22 से 24 अक्टूबर तक संचालित किया जा रहा हैl
जिसका उद्घाटन कार्यक्रम समन्वयक ललित मोहन पांडे ,डाइट अल्मोड़ा द्वारा किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से गणित व विज्ञान शिक्षण को काफी रोचक व सरल बनाया जा सकता है। जिसका लाभ सभी बच्चों को प्राप्त होगा। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार बनकोटी द्वारा किया गया। प्रशिक्षण पुणे से पहुंचे अपर्णा दाते और पल्लवी शेवाले के दिशा निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। इस दौरान प्राचार्य जी०जी०गोस्वामी, डाइट प्रवक्ता डॉ0 प्रकाश पन्त, डॉ0 नीलेश उपाध्याय, डॉ0कमलेश सिराड़ी उपस्थित रहे। उक्त प्रशिक्षण आईसीएस आशा कुमैया सिंह, निम्मी बिष्ट , धीरज पांडे एवं भगवत सिंह बगड़वाल द्वारा दिया जा रहा है l प्रशिक्षण में रटने छोड़कर, समझने की प्रवृति को प्राथमिकता दी गई l बच्चों को आस -पास के परिवेश से जोड़कर दैनिक जीवन की घटनाओं का उदाहरण देकर विज्ञान और गणित की शिक्षा देने की बात कही गई हैl प्रशिक्षण का उद्देश्य विज्ञान और गणित के शिक्षकों के लिए एसटीईएम गतिविधियों द्वारा छात्रों में आलोचनात्मक और प्रयोगात्मक मानसिकता को प्रोत्साहित कर नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ाना देना एवं राज्य के विद्यार्थियों का इंस्पायर अवार्ड्स – मानक में भी ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण कराना है जो कि देश के बच्चों को नवाचार में बढ़ावा देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार की एक योजना है l
प्रशिक्षित सभी शिक्षक इनोवेशन कोच कहलाएंगे एवं इस कार्यक्रम के तहत सभी को एक किट भी उपलब्ध कराया जाएगा जो विद्यालय में गतिविधि कराने हेतु शिक्षकों के लिए काफी मददगार साबित होगा l