मिशन शिक्षण संवाद का पांचवा राज्य स्तरीय अधिवेशन डायट अल्मोड़ा में हुआ सम्पन्न

शिक्षकों और बच्चों को किया गया सम्मानित

 

अल्मोड़ा। प्रारंभिक शिक्षकों के गैर राजनीतिक संगठन मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखंड के पंचम राज्य स्तरीय शैक्षिक उन्नयन वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि रामनगर शिक्षा परिषद उत्तराखंड के सचिव विनोद कुमार सिमल्टी ने कहा कि शिक्षकों को एक बार पुनः पुरातन गौरव प्राप्त करने के लिए काम करें। डायट अल्मोड़ा के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षकों का आवाह्न करते हुए कहा कि प्रत्येक शिक्षक यदि पूर्ण मनोयोग से काम करे तो हम पुनः अध्यापक का खोया हुआ गौरव पाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि मिशन शिक्षण संवाद सकारात्मक कार्य कर रहा है, जिसके लिए उन्होंने मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखंड की पूरी टीम को धन्यवाद भी दिया।

इससे पूर्व मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखंड की टीम के कुमाऊँ संयोजक सन्तोष जोशी व गढ़वाल संयोजक माधव सिंह नेगी द्वारा मुख्य अतिथि को अभिनंदन पत्र भेंट किया गया।वरिष्ठ शिक्षक रीता सेमवाल द्वारा मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ भेंट किया गया। कार्यक्रम संयोजक व अल्मोड़ा जिला संयोजक डॉ० सुमन बिष्ट द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डायट अल्मोड़ा के प्राचार्य ललित मोहन पाण्डे ने कहा कि यह उनके संस्थान के लिए भी प्रसन्नता का विषय है कि मिशन शिक्षण संवाद द्वारा यह कार्यक्रम डायट अल्मोड़ा में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में रा०उ०प्रा०वि० गाड़ी के बच्चों द्वारा योग व विभिन्न आसनों का प्रदर्शन कर खूब तालियाँ और नकद पारितोषिक प्राप्त किया गया।


मिशन शिक्षण संवाद का परिचय देते हुए गढ़वाल संयोजक माधव सिंह नेगी ने कहा कि विद्यालयों में मनोयोग से कार्य करते हुए विभाग द्वारा आयोजित की जाने विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाओं एवं खेल स्पर्धाओं में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों व उनके मार्गदर्शक शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने के लिए सम्मानित किया जाता है।
तकनीकी टीम के प्रमुख सन्तोष जोशी ने मिशन शिक्षण संवाद के उद्देश्यों को सामने रखते हुए कहा कि अच्छे कार्यों और अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों को सामने लाना और एक दूसरे को प्रोत्साहित करके हुए सीखने – सिखाने के उपक्रम को आगे बढ़ाना मिशन का प्रमुख उद्देश्य है।
कार्यक्रम में 5 शिक्षकों को अनमोल शिक्षक रत्न सम्मान प्रदान किया गया, जिनमें ममता धामी, स०अ०, रा०प्रा०वि० रतोड़ा,बेतालघाट, नैनीताल, कुसुमलता काला स०अ०, भट्टीसेरा खिर्सू, पौड़ी, जितेन्द्र सिंह नेगी स०अ०, माथगाँव जखोली, रूद्रप्रयाग, जीवन सिंह बिष्ट स०अ०, बहादुरगंज, बाजपुर, उधमसिंह नगर, मनोज कुमार पंत स०अ०, नौलाकोट, द्वाराहाट, अल्मोड़ा को प्रदान किया गया।
6 विद्यालयों को विद्यालय गौरव सम्मान प्रदान किया गया जिनमें रा०प्रा०वि०ऊँचाकोट, विकास खण्ड बेतालघाट, नैनीताल (हीरासिंह जलाल), गुमखाल,द्वारीखाल पौड़ी(सरिता मैंदोला) , चौरियोंधार, जाखणीधार, टिहरी(अंजू बाला), प्रा०वि०धामस नवीन, हवालबाग, अल्मोड़ा(दीपा पाण्डे),
रा०उ०प्रा०वि० गाड़ी, ताड़ीखेत, अल्मोड़ा (डॉ० विनिता खाती), कन्या उ०प्रा०वि०मन्यूड़ा, गरुड़, बागेश्वर (कमला परिहार ) को यह सम्मान प्रदान किया गया।राम सिंह जनी, डा.चंपा बिष्ट, दीपक पाण्डेय समेत कुल 28 शिक्षकों को उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान व चयनित 90 बच्चों में से उपस्थित 21 बच्चों, जिनमें कार्तिक बिष्ट ताड़ीखेत, मान्यता व आशिका जोशी बेतालघाट, लक्षित पंत, हितेश रावत व वैभव कुमार गंगरकोट,अंजलि व आयुष चौनलिया, महिमा, दीक्षा व दीक्षा भट्ट खिरखेत, रिषभ व लक्ष्मी मेहरा गाडी को बालरत्न सम्मान प्रदान किया गया। बाकी बच्चों के मेडल जनपद संयोजकों के माध्यम से पहुँचाये जायेंगे।
बालप्रहरी के सम्पादक उदय किरोला द्वारा बालरत्न से सम्मानित बच्चों को बालप्रहरी पत्रिका भेंट की गई।
कार्यक्रम में चम्पावत के जिला संयोजक रमेश चन्द्र जोशी, पिथौरागढ के संयोजक गिरीश चन्द्र पाठक, डायट अल्मोड़ा से हरिवंश बिष्ट, प्रकाश पंत, नीलेश उपाध्याय समेत चेतना जोशी, उर्मिला डिमरी, रीता रॉय, श्वेता रावत, बलवंत सिंह भण्डारी, दीपक पाण्डेय, डा.चंपा बिष्ट, सुमित्रा शाह, निधि बिष्ट, मो०अहमद, डॉ० बिनिता खाती, इमराना परवीन, निमिषा वर्मा, वंदना जोशी, किरन नैथानी, विजय प्रकाश बडोला, लक्षमी काला, सरिता मैंदोला, खष्टी बवाड़ी, अंजू बाला, नीलम शर्मा, पुष्पा तिवारी,सत्येश्वरी नेगी, अरुणा चौकियाल, गणेश सिंह भण्डारी सहित 160 से अधिक शिक्षक उपस्थित थे।
कार्यक्रम को हेम जोशी, रीता सेमवाल आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन रूद्रप्रयाग के शिक्षक हेमंत चौकियाल व रा०प्रा०वि० उल्गौर नैनीताल के शिक्षक सतीश चन्द्र नैनवाल द्वारा किया गया।

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