पुष्कर सिंह धामी के साथ है शुभ संयोग, जिसका किया प्रचार, बन गये केन्द्रीय मंत्री

पुष्कर सिंह धामी के प्रचार वाली सीटों के नौ सांसद बने मंत्री ●अल्मोड़ा: अजय टम्टा ●पीलीभीत: जितिन प्रसाद ●लखनऊ: राजनाथ सिंह ●ईस्ट दिल्ली: हर्ष मल्होत्रा ●फरीदाबाद: कृष्ण पाल ●करनाल: मनोहरलाल खट्टर ●गुड़गांव: राव इंद्रजीत सिंह ●मुंबई नार्थ: पीयूष गोयल ●सिकंदराबाद: जी. किशन रेड्डी

नवनिर्वाचित मोदी 3.0 सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का एक संयोग भी जुड़ा गया है। देश की जिन लोकसभा सीटों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव प्रचार में भाग लिया था, उनमें जीतने वाले कई सांसद इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाने में कामयाब रहे हैं। इनमें एक पंजाब की लुधियाना सीट से चुनाव हारे रवनीत सिंह बिट्टू भी हैं, जिनके लिए सीएम धामी ने प्रचार किया, उन्हें भी इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिली है।

चुनाव के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड में भाजपा प्रत्याशियों के साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महराष्ट्र और तेलंगाना की कुल 43 सीटों पर स्टार प्रचारक के रूप में प्रचार में भाग लिया था। इनमें से कुल 26 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने जीत दर्ज हुई। वहीं जीतने वाले 26 में से 10 निर्वाचित सांसदों को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है। जबकि पंजाब की लुधियाना सीट से चुनाव हार गए रवनीत सिंह बिट्टू को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है।
धामी के प्रचार वाली सीटों के नौ सांसद बने मंत्री
अल्मोड़ा: अजय टम्टा

●पीलीभीत: जितिन प्रसाद

●लखनऊ: राजनाथ सिंह

●ईस्ट दिल्ली: हर्ष मल्होत्रा

●फरीदाबाद: कृष्ण पाल

●करनाल: मनोहरलाल खट्टर

●गुड़गांव: राव इंद्रजीत सिंह

●मुंबई नार्थ: पीयूष गोयल

●सिकंदराबाद: जी. किशन रेड्डी

पुष्कर धामी का विधानसभा चुनावों में शत प्रतिशत रहा स्ट्राइक रेट

भाजपा हाईकमान ने पिछले कुछ समय में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भी धामी को स्टार प्रचारक के रूप में भेजा था। इन चुनावों में धामी का स्ट्राइक रेट शत प्रतिशत रहा। राजस्थान और एमपी की जिन विधानसभा क्षेत्रों में धामी ने प्रचार किया था, उनमें भाजपा के प्रत्याशियों ने बड़े अंतर के साथ जीत हासिल की।

सख्त फैसलों ने बनाई राष्ट्रीय छवि

कुछ ही समय में महत्वपूर्ण फैसलों और जनहित से जुड़ी योजनाओं की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर धामी की छवि उभरी है। समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कड़ा कानून, जबरन धर्मपरिवर्तन पर सख्ती से रोक, अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान ने धामी की छवि दृढ़ प्रशासक के रूप में मजबूत की है। वहीं, गरीबों को मुफ्त गैस सिलेंडर, मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना समेत कई कल्याणकारी योजनाओं ने भी धामी का सियासी कद और ऊंचा किया है।

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