मोदी की गारंटी जुमला उत्तराखंड उपचुनावों में हुआ फेल- डॉ०गणेश उपाध्याय, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता, उत्तराखंड

सात राज्यों की तेरह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों में इंडिया गठबंधन ने 10 जबकि भाजपा केवल 2 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि यह चुनाव बड़े नहीं थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन के दलों के लिए उत्साहवर्धक रहे हैं। भाजपा के लिए उत्तराखंड की दोनों सीटें हार जाना सदमे से कम नहीं है। खासतौर से बद्रीनाथ सीट हार जाना उसके लिए बड़ा झटका है। अयोध्या के बाद बद्रीनाथ सीट का हार जाना इस बात का संकते है कि भाजपा का हिंदुत्व का तिलिस्म टूट चुका है। पं०बंगाल में चार सीटों पर उपचुनाव था। टीएमसी ने चारों जीती हैं, यहां तीन सीटों पर पहले भाजपा के विधायक थे। भाजपा की तीन सीटें ममता बनर्जी ने छीन ली हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ गणेश उपाध्याय ने कहा कि इन उप चुनावों के नतीजों ने अब से पहले यह धारणा बनी हुई थी कि कहीं भी उपचुनाव हो, यह मान लिया जाता था कि भाजपा ही जीतेगी। यह मिथक इन उपचुनावों में टूट गया है। भाजपा अजेय नहीं रही, उसे हराया जा सकता है। उपचुनाव के माध्यम से भाजपा को जनता ने चेतावनी देते हुए बताया है कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है और जनता ने यह महसूस कर लिया है। मोदी की गारंटी वाला जुमला ना तो लोकसभा में प्रभावी रहा और ना उपचुनावों में। परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ नारा बुलंद करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने कई ऐसे नेताओं को शामिल किया जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे। भाजपा की हिंदुत्व वाली राजनीति का रंग अब उतरने लगा है। धर्म की राजनीति के दिन लद गए हैं।

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