35 नायब तहसीलदार ट्रेनिंग में हो गए फेल, ट्रेनिंग संस्थान के निदेशक ने सचिव राजस्व परिषद को भेजा पत्र,


उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की लोअर पीसीएस परीक्षा 2021 से पासआउट होकर राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में प्रशिक्षण ले रहे 35 नायब तहसीलदार फेल हो गए हैं। वर्तमान में ये बतौर प्रभारी तहसीलदार जिलों में सेवाएं दे रहे हैं। संस्थान के कार्यकारी निदेशक ने सचिव राजस्व परिषद को पत्र भेजकर इनसे कोई भी गंभीर प्रकृति का काम न कराने का अनुरोध किया है। दरअसल, अल्मोड़ा स्थित संस्थान में 19 मई से नौ जुलाई के बीच लोक सेवा आयोग के माध्यम से चुने गए 36 नायब तहसीलदारों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। आरएस टोलिया प्रशासनिक अकादमी नैनीताल, उत्तराखंड ग्राम्य विकास संस्थान रुद्रपुर का कुल मिलाकर साढ़े चार माह का कोर्स था कार्यकारी निदेशक ने अपने पत्र में कहा है कि इन नायब तहसीलदारों का आचरण व व्यवहार संतोषजनक नहीं रहा। चर्चा कक्ष में समय से उपस्थित नहीं हुए। निर्धारित ड्रेस कोड का भी पालन नहीं किया। लेक्चर के समय मोबाइल का इस्तेमाल करते थे। पढ़ाए गए विषयों के नोट्स तैयार नहीं किए। प्रशिक्षण उपरांत आयोजित अर्हता परीक्षा में चार से 11 विषयों में फेल हो गए हैं। ऐसी स्थिति में जिलों में तैनात नायब तहसीलदारों को प्रभारी तहसीलदार की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि साढ़े चार माह के कोर्स में 35 नायब तहसीलदार केवल 31 दिन ही मौजूद रहे। लिहाजा, कार्यकारी निदेशक ने
कहा है कि इन्हें प्रभारी तहसीलदार का दायित्व देना अनुचित है। पत्र में कहा गया है कि जिलों में तैनात इन नायब तहसीलदारों को कोई भी गंभीर प्रकृति का कार्य न दिया जाए। प्रमाण पत्र भी इनके हस्ताक्षर से जारी न कराए जाएं। राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान नियमावली 2013 के तहत तीन से अधिक विषयों में असफल प्रशिक्षुओं को अगले बैच के साथ दोबारा प्रशिक्षण लेकर सभी विषयों की परीक्षा पास करनी होगी। पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि प्रशिक्षण में असफल सीधी भर्ती के नायब तहसीलदारों का पुनः साढ़े चार माह का प्रशिक्षण कराया जाए। सचिव राजस्व परिषद चंद्रेश कुमार का कहना है कि अभी पत्र संज्ञान में नहीं है। जब आएगा तो उस हिसाब से कार्रवाई होगी।

3 से अधिक विषयों में फेल हैं कई नायब तहसीलदार

कार्यकारी निदेशक, राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान ने पत्र में यह भी लिखा है कि प्रशिक्षण के प्रति गम्भीर न होने के फलस्वरूप उक्त नायब ‘तहसीलदारों का परीक्षा परिणाम खराब रहा है। उक्त नायब तहसीलदार संस्थान में प्रशिक्षण उपरान्त आयोजित अहर्ता परीक्षा में 4 से 11 विषयों में निर्धारित मानक से कम प्राप्तांक अर्जित किये है।

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