अल्मोड़ा जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में कौशलम उद्यमिता पाठ्यक्रम दक्षता कार्यशाला प्रारम्भ

अल्मोड़ा, विद्यार्थी कौशलम उद्यमिता पाठ्‌यक्रम विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ उनको रुचि के अनुसार प्रोजेक्ट बनाने में भी दक्ष बनाया जाएगा। ताकि आगे चलकर वह अपना स्टार्टअप कर पाएं। इससे भविष्य में रोजगार की सम्भावनाएं तथा पलायन को रोकने में मदद मिलेगी। डायट अल्मोड़ा में जनपद के 44 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो कि विकासखंड स्तर पर कौशलम कार्यक्रम से जुड़े शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे।
उत्तराखंड राज्य में पलायन एक बड़ी समस्या रही है। इस समस्या के समाधान के लिए स्कूली स्तर पर स्टेट काउंसिल आफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) ने करीब तीन वर्ष पहले विद्यालयी शिक्षा के लिए कौशलम उद्यमिता पाठ्यक्रम तैयार किया। जिला शिक्षा एवं शिक्षण संस्थान अल्मोड़ा (डायट) द्वारा कौशलम पाठ्‌यचर्या को रुचिकर बनाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए डायट के मास्टर ट्रेनर शिक्षक इसे और बेहतर व कारगर बनाने में जुटे हैं। डायट प्राचार्य जी जी गोस्वामी ने कहा कि उद्यम ऐसा होना चाहिए जो स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करे तथा आय अर्जित करने में सहायक हो। कौशलम समन्वयक अशोक बनकोटी ने बताया कि विद्यार्थियों में उद्यमिता के विकास के लिए धैर्य, स्वजागरुकता, स्वतंत्र सोच, संवाद कौशल और तर्कपूर्ण चिंतन का विकास करना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है। कौशलम की कक्षाएं 9, 10, 11 और 12 में जुलाई से प्रारंभ होंगी। जिसका विद्यार्थी प्रोजेक्ट तैयार करेंगे, जिनका प्रदर्शन 24 दिसंबर को उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी के जन्मदिन पर ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर किया जाएगा। डायट अल्मोड़ा में जनपद के 44 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस दौरान कौशलम कार्यक्रम समन्वयक अशोक बनकोटी, हरिवंश सिंह बिष्ट तथा डायट प्राचार्य जी जी गोस्वामी, डॉ० प्रकाश चन्द्र पन्त, ललित मोहन पाण्डे, डॉ० सरिता पाण्डे, डॉ० निलेश कुमार, डॉ० कमलेश सिराड़ी, प्रकाश चन्द्र आर्य सहित संदर्भदाता प्रकाश चन्द्र भट्ट, सुन्दर सिंह कुंवर आदि उपस्थित थे।

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