बदरीनाथ रूट पर 21 सौ यात्री फंसे, उत्तराखंड में छह हाईवे समेत 98 मार्ग बाधित

उत्तराखंड में बारिश के साथ मुश्किलों में इजाफा होता जा रहा है। रविवार को बदरीनाथ रूट पर सुरक्षा की दृष्टि से करीब 2100 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया। प्रदेश में देर शाम तक लगभग 98सड़कें बाधित थीं। उधर कर्णप्रयाग-रानीखेत हाईवे पर शनिवार रात कार खाई में गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई। गंगा और राज्य की कई नदियों में जलस्तर बढ़ा रहा।

चारधाम यात्रा रविवार को भारी बारिश की चेतावनी के चलते चारधाम यात्रियों को ऋषिकेश से आगे नहीं जाने दिया गया। हालांकि चारधाम रूट पर अलग-अलग जगह रुके यात्रियों ने केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए मौसम और स्थितियां अनुकूल होने के चलते दर्शन किए। उधर, बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ के पास बंद होने से यात्रा बाधित रही। इस रूट पर सुरक्षा के मद्देनजर जोशीमठ में पांच सौ, बदरीनाथ में एक हजार और गोविंदघाट में छह सौ यात्रियों को रोका गया। धाम की ओर बढ़ रहे कुछ यात्रियों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर लौटा दिया। बदरीनाथ हाईवे रविवार रात आठ बजे तक नहीं खुल पाया था।

सड़कें बंद उत्तराखंड में रविवार को बारिश के चलते विभिन्न इलाकों में मलबा आने से कुल 244 सड़कें बाधित हो गई थीं। देर शाम तक इनमें से 146 सड़कों पर यातायात सुचारु करा दिया गया था जबकि एक नेशनल, और पांच स्टेट हाईवे समेत 98 सड़कें देर रात तक नहीं खुल पाई थीं।

चेतावनी के निशान के करीब बही गंगा रविवार को ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 339.50 मीटर से 80 सेंटीमीटर नीचे रहा। चमोली में भारी बारिश से पिंडर नदी उफान पर है। थराली बाजार में खतरे की आशंका के चलते लोगों ने शनिवार की पूरी रात जागकर गुजारी। उधर, धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से मात्र 30 सेंटीमीटर नीचे 889.70 मीटर पर बह रही है। हल्द्वानी में गौला नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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